🧠 सिंधु घाटी सभ्यता MCQ सेट (Part-1)
1. निम्नलिखित पालतू जानवरों में से जो सिंधु सभ्यता के टेराकोटा में अनुपस्थित था?
⭕ (A) गाय
⭕ (B) भेड़
⭕ (C) भैंस
⭕ (D) सूअर
📚 व्याख्या:
🔹 सिंधु घाटी सभ्यता के टेराकोटा (मृण्मूर्तियों) में गाय का कोई स्पष्ट प्रमाण नहीं मिलता है।
🔹 इसके विपरीत, भेड़, भैंस, सूअर जैसी कई पालतू जानवरों की मूर्तियाँ प्राप्त हुई हैं।
🔹 ऐसा माना जाता है कि गाय का महत्व बाद में वैदिक काल में बढ़ा और आर्य संस्कृति में इसे विशेष दर्जा मिला।
🔹 सिंधु घाटी सभ्यता के टेराकोटा (मृण्मूर्तियों) में गाय का कोई स्पष्ट प्रमाण नहीं मिलता है।
🔹 इसके विपरीत, भेड़, भैंस, सूअर जैसी कई पालतू जानवरों की मूर्तियाँ प्राप्त हुई हैं।
🔹 ऐसा माना जाता है कि गाय का महत्व बाद में वैदिक काल में बढ़ा और आर्य संस्कृति में इसे विशेष दर्जा मिला।
👉 इसलिए सही उत्तर है: गाय
2. इनमें से कौन-सा सिंधु शहर जो बिना गढ़ (किला) का था?
⭕ (A) चन्हूदड़ो
⭕ (B) हड़प्पा
⭕ (C) मोहनजोदड़ो
⭕ (D) कालीबंगा
📚 व्याख्या:
🔹 चन्हूदड़ो सिंधु घाटी सभ्यता का एक प्रमुख नगर था जो वर्तमान पाकिस्तान में स्थित है।
🔹 यह एकमात्र ऐसा स्थल है जहाँ गढ़ या किला नहीं पाया गया।
🔹 यहाँ औद्योगिक गतिविधियाँ अत्यधिक विकसित थीं — विशेष रूप से मोहरों, मनकों और धातु वस्तुओं का निर्माण।
🔹 यह नगर मोहनजोदड़ो के दक्षिण में स्थित था और संभवतः इसका उपनगरीय या औद्योगिक विस्तार था।
🔹 चन्हूदड़ो सिंधु घाटी सभ्यता का एक प्रमुख नगर था जो वर्तमान पाकिस्तान में स्थित है।
🔹 यह एकमात्र ऐसा स्थल है जहाँ गढ़ या किला नहीं पाया गया।
🔹 यहाँ औद्योगिक गतिविधियाँ अत्यधिक विकसित थीं — विशेष रूप से मोहरों, मनकों और धातु वस्तुओं का निर्माण।
🔹 यह नगर मोहनजोदड़ो के दक्षिण में स्थित था और संभवतः इसका उपनगरीय या औद्योगिक विस्तार था।
👉 इसलिए सही उत्तर है: चन्हूदड़ो
3. सिंधु घाटी सभ्यता की विशेषता थी-
⭕ (A) व्यवस्थित शहरी जीवन
⭕ (B) प्रकृति की शक्तियों की पूजा
⭕ (C) देहाती खेती
⭕ (D) जाति आधारित समाज
📚 व्याख्या:
🔹 सिंधु घाटी सभ्यता की सबसे बड़ी विशेषता थी उसका विकसित और सुव्यवस्थित नगरीय जीवन।
🔹 नगरों की योजना ग्रिड पैटर्न पर आधारित थी — समकोण पर कटी हुई सड़कों और व्यवस्थित नालियों के साथ।
🔹 मकान पक्की ईंटों के बने होते थे और स्नानागार, अनाज भंडारण गृह, और जल निकासी प्रणाली बहुत उन्नत थी।
🔹 यह विश्व की प्राचीनतम शहरी सभ्यताओं में से एक मानी जाती है।
🔹 सिंधु घाटी सभ्यता की सबसे बड़ी विशेषता थी उसका विकसित और सुव्यवस्थित नगरीय जीवन।
🔹 नगरों की योजना ग्रिड पैटर्न पर आधारित थी — समकोण पर कटी हुई सड़कों और व्यवस्थित नालियों के साथ।
🔹 मकान पक्की ईंटों के बने होते थे और स्नानागार, अनाज भंडारण गृह, और जल निकासी प्रणाली बहुत उन्नत थी।
🔹 यह विश्व की प्राचीनतम शहरी सभ्यताओं में से एक मानी जाती है।
👉 इसलिए सही उत्तर है: व्यवस्थित शहरी जीवन
4. सिंधु घाटी सभ्यता के लोगों का मकान प्रायः बना होता था-
⭕ (A) पक्की ईंटें
⭕ (B) पत्थर
⭕ (C) लकड़ी
⭕ (D) उपर्युक्त सभी
📚 व्याख्या:
🔹 सिंधु घाटी सभ्यता के मकान पक्की ईंटों से बनाए जाते थे, जो उस समय की इंजीनियरिंग कुशलता का प्रमाण हैं।
🔹 इन ईंटों की माप और अनुपात एक समान होते थे, जिससे निर्माण मजबूत और टिकाऊ होता था।
🔹 मकानों में मोटी दीवारें होती थीं जो गर्मी में ठंडी और सर्दी में गर्म रहती थीं।
🔹 कई मकानों में कुएँ, स्नानागार और शौचालय जैसी सुविधाएँ भी होती थीं।
🔹 सिंधु घाटी सभ्यता के मकान पक्की ईंटों से बनाए जाते थे, जो उस समय की इंजीनियरिंग कुशलता का प्रमाण हैं।
🔹 इन ईंटों की माप और अनुपात एक समान होते थे, जिससे निर्माण मजबूत और टिकाऊ होता था।
🔹 मकानों में मोटी दीवारें होती थीं जो गर्मी में ठंडी और सर्दी में गर्म रहती थीं।
🔹 कई मकानों में कुएँ, स्नानागार और शौचालय जैसी सुविधाएँ भी होती थीं।
👉 इसलिए सही उत्तर है: पक्की ईंटें
5. मानव द्वारा उपयोग किया गया पहला धातु था-
⭕ (A) एल्युमिनियम
⭕ (B) तांबा
⭕ (C) लोहा
⭕ (D) चांदी
📚 व्याख्या:
🔹 मानव इतिहास में पहली धातु जिसका उपयोग किया गया, वह तांबा था।
🔹 तांबा आसानी से प्राकृतिक रूप में मिल जाता था और इसे पिघलाकर आकार देना आसान था।
🔹 ताम्र युग (Copper Age) की शुरुआत इसी धातु के प्रयोग से हुई।
🔹 सिंधु सभ्यता के लोग तांबे और कांसे के औजारों से परिचित थे।
🔹 लोहा की खोज उत्तर वैदिक काल में हुई थी, इससे पहले तांबा ही प्रमुख धातु था।
🔹 मानव इतिहास में पहली धातु जिसका उपयोग किया गया, वह तांबा था।
🔹 तांबा आसानी से प्राकृतिक रूप में मिल जाता था और इसे पिघलाकर आकार देना आसान था।
🔹 ताम्र युग (Copper Age) की शुरुआत इसी धातु के प्रयोग से हुई।
🔹 सिंधु सभ्यता के लोग तांबे और कांसे के औजारों से परिचित थे।
🔹 लोहा की खोज उत्तर वैदिक काल में हुई थी, इससे पहले तांबा ही प्रमुख धातु था।
👉 इसलिए सही उत्तर है: तांबा
6. देवी मां की पूजा संबंधित थी-
⭕ (A) आर्य सभ्यता
⭕ (B) भूमध्यसागरीय सभ्यता
⭕ (C) सिंधु घाटी सभ्यता
⭕ (D) उत्तर वैदिक सभ्यता
📚 व्याख्या:
🔹 सिंधु घाटी सभ्यता मातृसत्तात्मक समाज के रूप में मानी जाती है।
🔹 खुदाई में प्राप्त देवी माँ की मूर्तियाँ यह दर्शाती हैं कि उस समय देवी पूजा का प्रचलन था।
🔹 लोग संभवतः उर्वरता की देवी की पूजा करते थे, जो कृषि आधारित समाज के लिए महत्वपूर्ण थी।
🔹 वैदिक सभ्यता में मुख्यतः देवताओं (पुरुष) की पूजा होती थी, जबकि सिंधु में देवी प्रधानता थी।
🔹 सिंधु घाटी सभ्यता मातृसत्तात्मक समाज के रूप में मानी जाती है।
🔹 खुदाई में प्राप्त देवी माँ की मूर्तियाँ यह दर्शाती हैं कि उस समय देवी पूजा का प्रचलन था।
🔹 लोग संभवतः उर्वरता की देवी की पूजा करते थे, जो कृषि आधारित समाज के लिए महत्वपूर्ण थी।
🔹 वैदिक सभ्यता में मुख्यतः देवताओं (पुरुष) की पूजा होती थी, जबकि सिंधु में देवी प्रधानता थी।
👉 इसलिए सही उत्तर है: सिंधु घाटी सभ्यता
7. सिंधु घाटी सभ्यता की प्रमुख विशेषताएँ थी?
⭕ (A) नगर सभ्यता
⭕ (B) कृषक सभ्यता
⭕ (C) मध्यपाषाण सभ्यता
⭕ (D) पुरापाषण सभ्यता
📚 व्याख्या:
🔹 सिंधु घाटी सभ्यता एक नगरीय सभ्यता थी।
🔹 यहाँ की नगर संरचना अत्यंत विकसित थी — सीधी और समकोण पर काटती सड़कें, कच्ची-पक्की ईंटों के मकान, और संगठित जल निकासी प्रणाली इसके प्रमाण हैं।
🔹 वहाँ विलासिता की वस्तुएँ भी पाई गईं, जिससे सामाजिक उन्नति का पता चलता है।
🔹 सिंधु सभ्यता का व्यापार विकसित था जो कृषि पर आधारित था।
🔹 सिंधु घाटी सभ्यता एक नगरीय सभ्यता थी।
🔹 यहाँ की नगर संरचना अत्यंत विकसित थी — सीधी और समकोण पर काटती सड़कें, कच्ची-पक्की ईंटों के मकान, और संगठित जल निकासी प्रणाली इसके प्रमाण हैं।
🔹 वहाँ विलासिता की वस्तुएँ भी पाई गईं, जिससे सामाजिक उन्नति का पता चलता है।
🔹 सिंधु सभ्यता का व्यापार विकसित था जो कृषि पर आधारित था।
👉 इसलिए सही उत्तर है: नगर सभ्यता
8. मोहनजोदड़ो में सबसे बड़ा भवन कौन-सा है?
⭕ (A) विशाल स्नानागार
⭕ (B) अन्नागार
⭕ (C) स्तंभ हॉल
⭕ (D) दो मंजिला मकान
📚 व्याख्या:
🔹 मोहनजोदड़ो सिंध के लरकाना ज़िले में स्थित है और इसकी खोज 1922 में राखलदास बनर्जी ने की थी।
🔹 यहाँ प्राप्त भवनों में अन्नागार सबसे विशाल संरचना है।
🔹 हालांकि विशाल स्नानागार भी प्रसिद्ध है, लेकिन आकार की दृष्टि से अन्नागार सबसे बड़ा है।
🔹 मोहनजोदड़ो से महाविद्यालय भवन, पुजारी की मूर्ति, तथा पशुपतिनाथ की मूर्ति भी प्राप्त हुई हैं।
🔹 मोहनजोदड़ो सिंध के लरकाना ज़िले में स्थित है और इसकी खोज 1922 में राखलदास बनर्जी ने की थी।
🔹 यहाँ प्राप्त भवनों में अन्नागार सबसे विशाल संरचना है।
🔹 हालांकि विशाल स्नानागार भी प्रसिद्ध है, लेकिन आकार की दृष्टि से अन्नागार सबसे बड़ा है।
🔹 मोहनजोदड़ो से महाविद्यालय भवन, पुजारी की मूर्ति, तथा पशुपतिनाथ की मूर्ति भी प्राप्त हुई हैं।
👉 इसलिए सही उत्तर है: अन्नागार
9. निम्नलिखित विद्वानों में से हड़प्पा सभ्यता का सर्वप्रथम खोजकर्ता कौन था?
⭕ (A) सर जॉन मार्शल
⭕ (B) आर. डी. बनर्जी
⭕ (C) ए. कनिंघम
⭕ (D) दयाराम साहनी
📚 व्याख्या:
🔹 हड़प्पा के टीले का सबसे पहला उल्लेख चार्ल्स मेसन ने 1826 में किया था।
🔹 लेकिन हड़प्पा सभ्यता की वास्तविक खुदाई और पहचान 1922 में दयाराम साहनी द्वारा की गई।
🔹 इसलिए दयाराम साहनी को हड़प्पा सभ्यता का सर्वप्रथम खोजकर्ता माना जाता है।
🔹 वहीं मोहनजोदड़ो की खोज राखल दास बनर्जी
🔹 हड़प्पा के टीले का सबसे पहला उल्लेख चार्ल्स मेसन ने 1826 में किया था।
🔹 लेकिन हड़प्पा सभ्यता की वास्तविक खुदाई और पहचान 1922 में दयाराम साहनी द्वारा की गई।
🔹 इसलिए दयाराम साहनी को हड़प्पा सभ्यता का सर्वप्रथम खोजकर्ता माना जाता है।
🔹 वहीं मोहनजोदड़ो की खोज राखल दास बनर्जी
👉 इसलिए सही उत्तर है: दयाराम साहनी
10. कालीबंगन स्थित है?
⭕ (A) उत्तर प्रदेश
⭕ (B) सिंध
⭕ (C) राजस्थान
⭕ (D) गुजरात
📚 व्याख्या:
🔹 कालीबंगन राजस्थान के हनुमानगढ़ ज़िले में स्थित है।
🔹 यह सिंधु घाटी सभ्यता का एक महत्वपूर्ण स्थल है।
🔹 यहाँ से कृषि के प्रमाण (जुताई के चिन्ह) और धार्मिक संरचनाएँ (जैसे अग्निकुंड) प्राप्त हुए हैं।
🔹 यह स्थल सिंधु सभ्यता की पूर्ववर्ती और परवर्ती दोनों चरणों का प्रतिनिधित्व करता है।
🔹 कालीबंगन राजस्थान के हनुमानगढ़ ज़िले में स्थित है।
🔹 यह सिंधु घाटी सभ्यता का एक महत्वपूर्ण स्थल है।
🔹 यहाँ से कृषि के प्रमाण (जुताई के चिन्ह) और धार्मिक संरचनाएँ (जैसे अग्निकुंड) प्राप्त हुए हैं।
🔹 यह स्थल सिंधु सभ्यता की पूर्ववर्ती और परवर्ती दोनों चरणों का प्रतिनिधित्व करता है।
👉 इसलिए सही उत्तर है: राजस्थान
11. हड़प्पावासी किस वस्तु के उत्पादन में अग्रणी थे?
⭕ (A) मुद्राएँ
⭕ (B) काँसे के औजार
⭕ (C) कपास
⭕ (D) जौ
📚 व्याख्या:
🔹 सिंधु घाटी सभ्यता के निवासी कपास की खेती और वस्त्र निर्माण में निपुण थे।
🔹 यूनान में इस क्षेत्र को "सिन्दोन" कहा गया, जिसका अर्थ है कपास।
🔹 यह सभ्यता विश्व की सबसे प्राचीन कपास उत्पादक सभ्यताओं में से एक मानी जाती है।
🔹 सिंधु घाटी सभ्यता के निवासी कपास की खेती और वस्त्र निर्माण में निपुण थे।
🔹 यूनान में इस क्षेत्र को "सिन्दोन" कहा गया, जिसका अर्थ है कपास।
🔹 यह सभ्यता विश्व की सबसे प्राचीन कपास उत्पादक सभ्यताओं में से एक मानी जाती है।
👉 इसलिए सही उत्तर है: कपास
12. निम्नलिखित में से किस द्रव्य का उपयोग हड़प्पा काल की मुद्राओं के निर्माण में मुख्य रूप से किया गया था?
⭕ (A) टेराकोटा
⭕ (B) कांसा
⭕ (C) तांबा
⭕ (D) लौहा
📚 व्याख्या:
🔹 सिंधु घाटी सभ्यता में मुद्राएँ सामान्यतः टेराकोटा (पकी हुई मिट्टी) से बनाई जाती थीं।
🔹 इन मुद्राओं पर पशु आकृतियाँ, लेख एवं प्रतीक उकेरे गए होते थे।
🔹 ये मुद्राएँ व्यापार और पहचान के लिए प्रयोग में लायी जाती थीं।
🔹 सिंधु घाटी सभ्यता में मुद्राएँ सामान्यतः टेराकोटा (पकी हुई मिट्टी) से बनाई जाती थीं।
🔹 इन मुद्राओं पर पशु आकृतियाँ, लेख एवं प्रतीक उकेरे गए होते थे।
🔹 ये मुद्राएँ व्यापार और पहचान के लिए प्रयोग में लायी जाती थीं।
👉 इसलिए सही उत्तर है: टेराकोटा